हरियाणा में अचानक बढ़ रहे कुष्ठ रोगी, एनसीआर के जिलों में चलेगा जांच अभियान
हरियाणा में अचानक बढ़ रहे कुष्ठ रोगी, एनसीआर के जिलों में चलेगा जांच अभियान
फरीदाबाद, गुरुग्राम, पानीपत में बढ़ी नए रोगियों की संख्या
Investigation Campaign: चंडीगढ़। हरियाणा में लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर से कुष्ठ रोगियों की संख्या बढऩे लगी है। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। एनसीआर के जिलों में यह स्थिति दिनों-दिन गंभीर बनती जा रही है। प्रदेश के महज तीन माह के भीतर डेढ सौ से अधिक नए रोगी सामने आए हैं। इनमें जुलाई माह के दौरान ही 37 नए मामले सामने आए हैं।
इन रोगियेां में कुरूक्षेत्र जिले में एक बच्चा भी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में एक रिपोर्ट हरियाणा सरकार को भेज दी है। यही नहीं घर-घर जांच अभियान चलाने के लिए विभागीय कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग हरियाणा की रिपोर्ट के मुताबिक एनसीआर के अंतर्गत आते फरीदाबाद जिले में कुष्ठ रोगी बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसी ही स्थिति पलवल, गुरुग्राम, पानीपत तथा झज्जर आदि जिलों की है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इन जिलों में बाहरी राज्यों के श्रमिकों का आवागमन अधिक हो रहा है।
कोरोना के बाद यहां भारत के उन राज्यों से भी श्रमिक आए हैं जहां कुष्ठ रोग के रोगी अक्सर पाए जाते हैं। यहां आने के बाद प्रवासियों ने अपने स्वास्थ्य की तरफ ध्यान नहीं दिया और हरियाणा में कुष्ठ रोग फिर से पनप गया। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक अंबाला, करनाल, झज्जर, गुरुग्राम, पानीपत तथा फरीदाबाद जिलों में कुष्ठ रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोगियों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए एक अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक इन जिलों में घर-घर जाकर जांच अभियान चलाने का फैसला लिया गया है। जिसके चलते आशा वर्कर तथा मेल फ्रंट लाइन वर्करों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह कर्मचारी कुष्ठ रोग के संदिग्ध रोगियों की पहचान करके अपने मेडिकल ऑफिसर को रिपोर्ट करेंगे। इनकी इलाज मल्ट्री ड्रग थैरपी के माध्यम से किया जाता है।
जिला का नाम नए कुष्ठ रोगी पुराने उपचाराधीन
अंबाला 06 24
फरीदाबाद 22 57
गुरुग्राम 17 34
झज्जर 07 15
कुरूक्षेत्र 08 10
पलवनल 10 17
मेवात 05 13
पानीपत 19 65
पंचकूला 16 32
रोहतक 07 13
कुछ बाहरी श्रमिकों के कारण हरियाणा में कुष्ठ रोगियों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। इस बीमारी का इलाज मुफ्त होता है। विभागीय टीमों द्वारा न केवल उपचार किया जा रहा है बल्कि जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। कर्मचारियों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
रीटा कोतवाल
उपनिदेशक कुष्ट रोग विभाग हरियाणा।